शेयर बाज़ार में गिरावट में खरीदारी के कुछ अचूक अवसर जो बनाएंगे आपको ‘रईस

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जब शेयर बाज़ार लुढ़कता है, तब अवसर छिपे होते हैं
अक्सर जब शेयर बाज़ार गिरता है, तो ज़्यादातर निवेशक डर जाते हैं और अपने शेयर बेचकर बाहर निकल जाते हैं। लेकिन असली निवेशक वही होता है जो डर के समय भी अवसर देखता है। वॉरेन बफेट ने एक बार कहा था —
“जब सब डर रहे हों, तब खरीदो; और जब सब खरीद रहे हों, तब सोचो।”
शेयर बाज़ार में गिरावट में खरीदारी के कुछ अचूक अवसर जो बनाएंगे आपको ‘रईस
यही वह सोच है जो आम इंसान को रईस बना सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि बाज़ार में गिरावट के समय खरीदारी के ऐसे अचूक मंत्र कौन-से हैं, जो आपकी संपत्ति को कई गुना बढ़ा सकते हैं।
💡 1. गिरावट डर नहीं , मौका होती है

बाज़ार की हर गिरावट एक “छूट सेल” की तरह होती है।
सोचिए, अगर कोई महंगा ब्रांड 40% डिस्काउंट पर मिले तो क्या आप नहीं खरीदेंगे?
ठीक उसी तरह, जब अच्छे शेयर सस्ते दामों पर मिलते हैं, तो समझिए मौका आपके दरवाज़े पर खुद आया है।
👉 उदाहरण:
मार्च 2020 में कोविड के दौरान सेंसेक्स 40,000 से गिरकर 26,000 तक आ गया था। लेकिन जिन्होंने उस समय गुणवत्तापूर्ण कंपनियों में निवेश किया, आज उनका पैसा 2x से 3x तक बढ़ चुका है।
सीख:
गिरावट के वक्त शेयर बेचना नहीं, बल्कि चुनिंदा शेयर खरीदना समझदारी होती है।
📊 2. हमेशा रखें “वॉचलिस्ट” तैयार
जब मार्केट ऊपर जा रहा होता है, उस वक्त अच्छे शेयर महंगे मिलते हैं। इसलिए समझदार निवेशक पहले से वॉचलिस्ट बनाकर रखते हैं।
इस वॉचलिस्ट में वो कंपनियाँ शामिल होती हैं जो:
- मजबूत फ़ंडामेंटल वाली हों
- लगातार मुनाफा कमाने वाली हों
- कम कर्ज़ वाली हों
- और जिनका बिज़नेस आने वाले सालों में बढ़ने वाला हो
👉 जैसे कि: HDFC Bank, Infosys, Asian Paints, TCS, ITC जैसी कंपनियाँ।
जब गिरावट आए, तो घबराने के बजाय इन्हीं कंपनियों में धीरे–धीरे निवेश करें।
🧘♂️ 3. भावनाओं पर नहीं, तर्क पर चलें
शेयर मार्केट में सबसे बड़ी गलती होती है “पैनिक में डिसीजन लेना।”
लोग भावनाओं में बहकर बेच देते हैं या खरीद लेते हैं। लेकिन रईस बनने के लिए भावनाओं को कंट्रोल करना ज़रूरी है।
👉 टिप:
- “Noise” यानी टीवी की खबरें, सोशल मीडिया की अफवाहें — इनसे दूरी रखें।
- अपने विश्लेषण और कंपनी के मूलभूत डेटा पर भरोसा करें।
- याद रखें, मार्केट अल्पकाल में उतार-चढ़ाव भरा होता है, लेकिन दीर्घकाल में हमेशा ऊपर जाता है।
💸 4. SIP – मंदी में सबसे बड़ा हथियार

अगर आपको एकमुश्त निवेश से डर लगता है, तो SIP (Systematic Investment Plan) अपनाइए।
SIP में हर महीने एक तय राशि निवेश करने से आपको “Rupee Cost Averaging” का फायदा मिलता है।
👉 यानी जब मार्केट गिरता है, तो आपको ज़्यादा यूनिट्स मिलती हैं,
और जब मार्केट बढ़ता है, तो आपका औसत खरीद मूल्य कम हो जाता है।
लॉन्ग टर्म में SIP आपकी सबसे ताकतवर रणनीति है, चाहे मार्केट कितना भी गिरे।
📚 5. मजबूत सेक्टर पहचानें

हर गिरावट में कुछ सेक्टर बाकी से तेज़ रिकवरी करते हैं।
उदाहरण के लिए:
- बैंकिंग और फाइनेंस: जब अर्थव्यवस्था सुधरती है, ये सेक्टर सबसे पहले उभरता है।
- आईटी सेक्टर: डिजिटल दुनिया में इसकी डिमांड कभी खत्म नहीं होती।
- FMCG: लोग रोजमर्रा के सामान तो मंदी में भी खरीदते हैं।
- ग्रीन एनर्जी और EV सेक्टर: भविष्य के लिए उभरते हुए क्षेत्र।
👉 गिरावट में इन सेक्टरों पर नज़र रखिए, और धीरे-धीरे इनमें पोज़िशन बनाइए।
📈 6. डीआईपी (DIP) में निवेश – एक रणनीति
“Buy the Dip” यानी गिरावट पर खरीदारी – ये रणनीति तभी काम करती है जब आप:
- केवल “क्वालिटी स्टॉक्स” में निवेश करें
- सही वैल्यूएशन पर खरीदें
- और लॉन्ग टर्म विज़न रखें
गलत कंपनी के सस्ते शेयर भी आपको गरीब बना सकते हैं।
इसलिए हमेशा रिसर्च करें, और सोच-समझकर खरीदारी करें।
🔍 7. ‘कंपनी के पीछे की कहानी’ समझें
हर स्टॉक के पीछे एक कहानी होती है।
अगर कंपनी का बिज़नेस मॉडल मजबूत है, मैनेजमेंट ईमानदार है, और भविष्य उज्जवल है, तो गिरावट में उसके शेयर गोल्ड माइन साबित हो सकते हैं।
👉 उदाहरण:
ITC को कभी “धीमी कंपनी” कहा गया था, लेकिन 2022–2024 के बीच इसने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया, क्योंकि इसका बिज़नेस मॉडल मजबूत था।
सीख: सिर्फ़ प्राइस नहीं, कंपनी का भविष्य देखिए।
⚖️ 8. डाइवर्सिफिकेशन करें, ओवरकॉन्फिडेंस नहीं

सिर्फ एक ही सेक्टर या कंपनी पर भरोसा करना खतरनाक होता है।
गिरावट में भी अगर एक सेक्टर डूबता है, तो दूसरे सेक्टर से बैलेंस बन सकता है।
👉 उदाहरण:
अगर आपने टेक सेक्टर और FMCG दोनों में निवेश किया है, तो टेक में गिरावट से नुकसान होगा, पर FMCG से स्थिरता मिलेगी।
“स्मार्ट पोर्टफोलियो” बनाइए — जोखिम भी कम होगा और रिटर्न भी स्थिर रहेंगे।
🧠 9. सीखते रहिए, क्योंकि ज्ञान ही धन है
शेयर बाज़ार में सबसे बड़ा निवेश आपका ज्ञान है।
- रोज़ थोड़ी देर मार्केट न्यूज़ पढ़िए
- फंडामेंटल एनालिसिस समझिए
- सफल निवेशकों की किताबें पढ़िए
जैसे:
📘 “The Intelligent Investor” – Benjamin Graham
📗 “One Up on Wall Street” – Peter Lynch
ये किताबें आपको सिखाएंगी कि गिरावट में कैसे अमीर सोचना है।
💪 10. धैर्य रखें – अमीरी रातों–रात नहीं आती

शेयर बाज़ार “धैर्यवानों का खेल” है।
जिन्होंने वर्षों तक अच्छे शेयर होल्ड किए, वही करोड़पति बने।
👉 उदाहरण:
जिन्होंने 2002 में Infosys के शेयर खरीदे और 20 साल तक होल्ड किया, उनका निवेश 100 गुना तक बढ़ा।
याद रखें:
- गिरावट अस्थायी है
- ग्रोथ स्थायी है
💬 निष्कर्ष: डर को जीतिए, अवसर को अपनाइए
शेयर बाज़ार में गिरावट कोई संकट नहीं, बल्कि एक वरदान है।
जो लोग डर में बेच देते हैं, वे औसत रिटर्न पाते हैं।
पर जो लोग समझदारी से गिरावट का फायदा उठाते हैं, वे इतिहास लिखते हैं।
“Wealth is created not when you buy high and sell higher, but when you buy low and stay long.”
तो अगली बार जब मार्केट गिरे —
घबराइए मत, सोचिए:
“क्या यह वह पल है जो मुझे रईस बना सकता है?”
यह ब्लॉग केवल शैक्षिक उद्देश्य (Educational Purpose) से लिखा गया है। निवेश करने से पहले हमेशा अपने वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) से परामर्श करें।
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